दुर्ग -भारतीय जनता पार्टी के पार्षद प्रत्याशी के एस चौहान ने शराब दुकान खोले जाने का विरोध किया है उनका कहना है कि राज्य सरकार का यह फैसला निश्चित ही किसी बड़ी अनहोनी की तरफ इशारा कर रहा है एक तरफ जहां पूरे देश मे लॉक डाउन किया गया है वही दूसरी तरफ शराब दुकान को खोलना समझ से परे है


पूरा विश्व वर्तमान में कोरोना वायरस जैसे गंभीर संक्रमण से गुजर रहा है और इस महामारी को दूर करने तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं कहीं सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है तो कहीं मास्क लगाने की अनिवार्यता लागू कर दी गई है यही नहीं डब्ल्यूएचओ ने स्पष्ट किया है कि सोशल डिस्टेंसिंग इस महामारी का अचूक इलाज है जिसके चलते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉक डाउन किया हुआ है ऐसी स्थिति में राज्य सरकार का शराब दुकान को खोलना और धड़ल्ले से शराब की बिक्री पर जोर देना सवालिया निशान खड़ा कर रहा है कुछ जागरूक लोगों ने राज्य सरकार के शराब दुकान खोले जाने के निर्णय को गलत साबित किया है इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के पार्षद प्रत्याशी के एस चौहान का राज्य सरकार से सीधे तौर पर कहना है कि 5000 हज़ार करोड़ का राजस्व क्या 40 लाख परिवारों से ज्यादा मूल्यवान हैं किसी भी राज्य के विकास का आधार शराब का राजस्व नहीं बल्कि वहां की उच्च शिक्षा प्रणाली और रोजगार है यही नही बल्कि के एस चौहान ने छोटे व्यापारियों के व्यापार की तरफ भी सरकार का ध्यान आकर्षित करवाया है और कहा है कि सरकार अपने रोज़गार की चिंता के बजाय छोटे व्यापारियों की चिंता करे तो अच्छा होगा
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