जिला पंचायत सीईओ ने निरीक्षण के दौरान बैंक सखियों का बढ़ाया हौसला


अम्बिकापुर। कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन अवधि में जिले के बैंक सखी ग्रामीणों के घर-घर जाकर पेंशन और मनरेगा के भुगतान कर रही है। लॉकडाउन अवधि में ही अपने पारा-मोहल्लों में पेंशन 55 बैंक सखियों के द्वारा 2 करोड़ 22 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। पेंशन और मजदूरी भुगतान से ग्रामीणों के चेहरे में ख़ुशी की लहर दौड़ रही है।
कलेक्टर डॉक्टर सारांश मित्तर के निर्देशानुसार जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुलदीप शर्मा ने शनिवार को जनपद पंचायत अंबिकापुर एवं जनपद पंचायत लुण्ड्रा के दूरस्थ ग्राम पंचायतों में बैंक सखी के माध्यम से किए जा रहे वित्तीय लेनदेन का निरीक्षण किया। अम्बिकापुर जनपद के ग्राम पंचायत क्रांतिप्रकाशपुर की बीसी सखी श्रीमती फगनी सिंह के द्वारा पंचायत भवन में मनरेगा मजदूरी, किसान सम्मान निधि योजना तथा सभी प्रकार के पेंशनों का वितरण किया जा रहा था। श्रीमती फगुनी सिंह के द्वारा लॉकडाउन अवधि के दौरान 7 ग्राम पंचायतों में 6 लाख 7 हजार रुपये का वित्तीय लेनदेन एवं 57 पेंशन धारियों को 50 हजार 300 रुपये की राशि का पेंशन भुगतान किया गया है। इसी प्रकार जनपद पंचायत लुण्ड्रा के अंतर्गत ग्राम पंचायत रघुनाथपुर के बीसी सखी श्रीमती सुधा देवी के द्वारा 5 लाख रुपये का वित्तीय लेनदेन एवं 135 पेंशन धारियों को 1 लाख 64 हजार 4 सौ रुपये की राशि का भुगतान किया गया है। श्री शर्मा ने बीसी सखियों के कार्य को उत्कृष्ट बताते हुए उनकी हौसला अफजाई की और प्रोत्साहन स्वरूप उन्हें कोविड-19 सुरक्षा किट प्रदान किया।
गौरतलब है कि लॉकडाउन की विषम परिस्थिति में बैंकों मे लगने वाली लंबी-लंबी कतारों को कम करने में बीसी सखी अपनी महती भूमिका निभा रही हैं। स्वयं लॉकडाउन के निर्देशों तथा फिजिकल डिस्टेंस का अनुपालन करते हुए ग्रामीणों में जागरूकता का प्रसार कर रही है। गांव-गांव जाकर लोगों को फिजिकल डिस्टेंस तथा स्वच्छता का महत्व समझाने में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान है।