दुर्ग -राष्ट्रव्यापी लाकडाऊन के कारण रोजी रोटी कमाने के लिये देश के अन्य राज्यों में गये लाखों छत्तीसगढ़िया मजदूर फंस गये हैं उनके पास न तो रोजगार है और न धन, भोजन और रहने का भी कोई ठिकाना नहीं है वे अमानवीय स्थिति में जी रहे हैं वे अपने राज्य और अपने घर वापस लौटना चाहते हैं किंतु परिवहन के सारे साधन बंद होने के कारण अपने घर वापस नहीं आ पा रहे हैं उन्हे उनके हाल पर नहीं छोड़ा जा सकता
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष एड. राजकुमार गुप्त ने दूसरे राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़िया मजदूरों की घर वापसी के लिये उसी प्रकार बसें भेजने की मांग भूपेश बघेल सरकार से किया है जिस प्रकार कोटा में पढ़ाई कपने नाले बच्चों को वापस लाने के लिये यूपी की योगी सरकार ने भेजा है, बसों में छत्तीसगढ़िया मजदूरों को वापस लाते समय थर्मल टेस्टिंग, सेनिटाईजेशन आदि का ध्यान रखा जा सकता है इसके अलावा घर वापसी से पहले उन्हें निर्धारित अवधि तक आईसोलेट या क्वारेंटीन भी किया जा सकता है ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को संमाप्त किया जा सके
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच ने आशा व्यक्त किया है कि ऐसा करके बघेल सरकार संकट में फंसे छत्तीसगढ़िया मजदूरों के प्रति अपनी सवेेदनशीलता प्रदर्शित करेगी ।

