

रायपुर -देश के प्रधानमंत्री के साथ 11-04-2020 को आयोजित वीडियो में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निम्न बिंदुओं से अवगत कराया/ सुझाव दिए/ अनुरोध किया-








- छत्तीसगढ़ उन सर्वप्रथम राज्यों में से है जहाँ 21 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा की गयी थी
- स्ट्रिक्ट #SocialDistancing एवं पूर्ण डाउन के कारण राज्य की तुलनात्मक स्थिति बेहतर
- प्रारंभिक 10 कोरोना वायरस पॉजिटिव मरीजों में से सभी स्वस्थ होकर घर चले गये। 2 दिन पहले आए 8 मरीजों का इलाज भी जारी है, हालत सामान्य।
- राज्य के 28 जिलों में से 5 जिलों में संक्रमित मरीज़
- 15-03-2020 से 10-04-2020 तक राज्य में 3473 सैंपल लिए गये हैं । जो प्रतिदिन औसत 133 के हिसाब से काफ़ी कम हैं। राज्य में प्रतिदिन 3-5 हज़ार टेस्ट की क्षमता होनी चाहिए। क्षमता बढ़ाने हेतु पूर्व में भी केंद्र सरकार से अनुरोध किया जा चुका है
- संकट के समय में MSME सेक्टर को बचाने हेतु केंद्र सरकार द्वारा शीघ्र आर्थिक पैकेज की घोषणा की जाए
- कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या लगातार बढ़ने से वायु, रेल एवं सड़क मार्ग से अंतर्राज्यीय आवागमन प्रतिबंधित रखना उचित होगा
- कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या एवं पीड़ितों की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए ही यह निर्णय लिया जाना उचित होगा कि कुछ आवश्यक आर्थिक गतिविधियों में छूट दी जाए अथवा नहीं। यह निर्णय लिए जाने का अधिकार राज्यों को देना उचित होगा
- इस संकट के कारण राज्य को निश्चित रूप से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा जिसके लिए अभी से राज्य के हालातों के अनुरूप कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता होगी
- पूर्व में विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी के निर्देशानुसार विभिन्न पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रेषित किए गये हैं जिस पर छत्तीसगढ़ के हितों को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक सहयोग की अपेक्षा है
- पीपीई किट की संख्या में वृद्धि की जाए
- केंद्रीय विश्वविद्यालयों की परीक्षाएँ स्थगित रखी जाएँ अथवा ऑनलाइन विकल्प को अपनाया जाए
- तबलीगी जमात के 107 सदस्यों को क्वारेंटाइन में रखा गया
- राज्य में 56 लाख परिवारों में से 47 लाख गरीब परिवारों को दो माह का एकमुश्त राशन नि:शुल्क दिया गया, साथ ही शक्कर, नमक का वितरण
- अनुसूचित क्षेत्रों में लघु वनोपज के संग्रहण और ख़रीदी का कार्य वन समितियों के माध्यम से चल रहा है
