

गुरूर। कोरोना वाइरस के चलते एक तरफ पूरा देशवासी परेशान है तो दूसरी तरफ गुरूर नगर सहित ग्रामीण बंदरों के आतंक से परेशान हैं। बंदरो का झुंड सुबह-शाम लोगों के घरों में घुस रहा है। गुरूर सहित ग्राम भरदा, खैरवाही, कोचेरा, बोरतरा, धनेली, बोडऱा, छेडिय़ा, कुलिया, कनेरी, भेजा सहित अन्य ग्र्रामों मे खपरैलयुक्त घरों को बंदरो के उत्पात से काफी नुकसान पहुंच रहा है ऐसे में ग्रामीणो को मानसिक व आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
खपरैलयुक्त घरों मे बंदरो के उत्पात मचाने से खपरैल भी क्षतिग्रस्त होने लगा है ऐसे में अब ग्रामीण खर्चकर मिट्टी के मकानों मे टीनशेड या कटीले लकडिय़ों को डालकर बंदरो से अपने घरों को बचा रहे है। नगरवासी रमेश कुमार, विकास साहू, गजेन्द्र ठाकुर, रवि कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि बंदरो कई बार खाने-पीने के सामान को बिखरने के साथ बच्चों पर हमला भी कर देते है हालात यह है कि लोग अब बंदर से बचाव के लिए नए-नए नुस्खे अपना रहे हैं। लेकिन बंदर से पार पाना उनके बस से बाहर है।
क्षेत्र के ओमप्रकाश साहू, रोहित कुमार, कन्हैया लाल, अजय कुमार ने बताया कि बंदर के कारण ग्रामीण अब छतों पर कपड़े भी नहीं सुखाते क्योंकि बंदर उन कपड़ों को फाड़ देते हैं या लेकर भाग जाता हैं। वहीं बंदर के चलते बच्चे भी घरों से बाहर व छतों पर खेलने से कतराने लगे है। बंदरो से परेशान ग्रामीण अब वन विभाग से इस दिशा में पहल करने की मांग करने लगे है ताकि उन्हे परेशानियों का सामना ना करना पड़े।







