भिलाई । कोरोना वायरस की महामारी की रोकथाम के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा में लगे डॉक्टरों, नर्सों एवं स्वास्थ्य कर्मियों पर कुछ असामाजिक तत्व जिस तरह हमला कर रहे हैं, उसकी छत्रपति शिवाजी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भरत गौर ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि ऐसे अपराधियों को चिन्हित कर सीधे शूटआउट कर दिया जाए। भरत गौर ने नाराजगी भी जताई है कि आखिर सरकार किस मौके का इंतजार कर रही है । क्या जब देश में पूरी तबाही मच जाएगी उस समय निर्णय लेगी। उन्होंने कहा है कि देश के इंदौर शहर एवं अन्य शहरों में कोरोना वायरस से लड़ रहे इन देवदूतों पर जिस तरह जानलेवा हमले किए जा रहे हैं उसे देखते हुए भारत सरकार को अब तत्काल कोई निर्णय लेना चाहिए। कोरोना वायरस को लेकर पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ है लेकिन कुछ असामाजिक तत्व अभी भी इसे मजाक बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में फिलीपींस के राष्ट्रपति ने लॉकडाउन की स्थिति में घर से बाहर निकलने वालों को शूट करने का आदेश दिया है। इसी तरह हमारी भारत सरकार को भी असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ा कदम उठाना चाहिए। अन्य विषयों पर तो राजनीति होती है लेकिन यह इतनी बड़ी समस्या है कि इसमें लाखों लोगों की जान माल को खतरा पैदा हो गया है। सरकार इसे गंभीरता से ले और ऐसे लोगों को चिन्हित कर तत्काल शूटआउट कर दे, ताकि दोबारा हरकत करने से पहले यह लोग सौ बार सोचे। भरत गौर का कहना है कि कल को यदि मरीजों की सेवा कर रहे डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गए तो क्या होगा इसकी कोई कल्पना नहीं कर रहा। पूरे देश में त्राहि-त्राहि मच जाएगी उस समय सब कुछ नियंत्रण से बाहर हो जाएगा। भारत सरकार कुछ नहीं कर पाएगी और इस लापरवाही का खामियाजा पूरा देश भुगतेगा।

