मंडई मेला में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अलावा बच्चों के लिए मनोरंजन के साधन होंगे आकर्षण का केन्द्रrnrnदुर्ग। शहर की प्राचीन श्री लंगूरवीर मंदिर समिति शनिचरी बाजार नेrnछत्तीसगढ़ के पारंपरिक संस्कृति को जीवित रखा है। इस कड़ी में मंदिरrnसमिति द्वारा 25 जनवरी को भव्य दुर्ग मंडई मेला का आयोजन किया गया है। इसके अलावा इसी दिन मंदिर समिति और नगर पालिक निगम के सहयोग से निर्मित भव्य श्री लंगूरवीर द्वार का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस अवसर पर शहरrnविधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल, सभापति राजेश यादव, सांसद विजय बघेल, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, पार्षद मदन जैन बतौर अतिथि आमंत्रित किए गए है। यह मंडई मेला व द्वार लोकार्पण समारोह लंगूरवीर मंदिर परिसर में संध्या 4 बजे से प्रारंभ होगा। दुर्ग मंडई मेला में राजनांदगांव जिले के ग्राम कांकेतरा की 6 सगी बहनों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के अलावा झूले, मिक्की माउस, जम्पिंग, गुब्बारे एवं मनोरंजन के अन्य साधन प्रमुख आकर्षण के केन्द्र होंगे। बच्चें मनोरंजन के साधनों का नि:शुल्क आनंद उठा सकेंगे। यह बातें श्री लंगूरवीर मंदिर समिति के पदाधिकारी मानव सोनकर ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा में कही। इस दौरान मंदिर समिति के ट्रस्टी चिंताराम सोनकर, युवराज सार्वा, सूरज सोनकर, पंडित अशोक त्रिपाठी एवं अन्य सदस्य मौजूद थे। श्री लंगूरवीर मंदिर समितिrnके पदाधिकारी मानव सोनकर ने बताया कि मंदिर समिति द्वारा शनिचरी बाजार में वर्षो से मंडई मेला का आयोजन किया जा रहा है। परंपरानुसार दुर्ग का यहां पहला मंडई मेला आयोजित होता है। फिर नयापारा और दुर्ग के अन्य क्षेत्रों में मंडई मेला की खुशियां बिखरती है। मंडई मेला की समिति द्वारा व्यापक व्यवस्था की गई है। पार्किंग व्यवस्था पर खास ध्यान.केन्द्रित किया गया है। जिसके लिए मंदिर परिसर के आसपास के स्थानों को निर्धारित किया गया है।

