नई दिल्ली. रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत का क्रेडिट रेटिंग आउटलुक स्टेबल से बदलकर नेगेटिव कर दिया। मूडीज ने शुक्रवार को कहा कि आने वाले समय में आर्थिक विकास दर में गिरावट के जोखिम को देखते हुए आउटलुट में बदलाव किया है। हालांकि, मूडीज ने भारत के लिए Baa2 विदेशी और स्थानीय मुद्रा दीर्घकालीन जारीकर्ता रेटिंग बरकरार रखी। मूडीज के आउटलुक पर सरकार ने कहा है कि अर्थव्यवस्था का आधार मजबूत है।


मूडीज ने कहा कि लंबे समय से ग्रामीण इलाकों में तंगहाली, रोजगार के कम मौके और अब नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस में नकदी संकट की वजह से आर्थिक सुस्ती गहराने के आसार बढ़ गए हैं। साथ ही कहा कि अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उनसे स्लोडाउन का समय और असर कम होना चाहिए।
nnnnमूडीज का कहना है कि नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ में तेजी नहीं आई तो सरकार को बजट घाटा कम करने और कर्ज का बोझ बढ़ने से रोकने के मोर्चे पर बहुत दबाव झेलना पड़ेगा।
nnnnसरकार ने कहा है कि भारत दुनिया के तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल है। इकोनॉमी को मजूबत करने के लिए हमने फाइनेंशियल और अन्य सेक्टर से जुड़े कई सुधार किए हैं। दुनियाभर में आर्थिक सुस्ती को देखते हुए नीतिगत फैसले भी लिए। इन कदमों से देश के आउटलुक को फायदा होगा और निवेश बढ़ेगा। वर्ल्ड इकोनॉमी को लेकर इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के ताजा अनुमान में भारत की जीडीपी ग्रोथ इस साल 6.1% और अगले साल 7% रहने की उम्मीद जताई गई है।
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