धान मूल्य,गोठान कि असफलता और और धान से पेट्रोल जैसे मुद्दों को लेकर जोगी ने घेरा राज्य सरकार को
बिलासपुर। राज्य कि भूपेश सरकार धान खरीदी के जिस चक्कर में फसी है उसका मूल कारण घोषणा पत्र कि अक्षरसह चोरी है यह कहना है छत्तीसगढ़ के पुर्व मुख्य मंत्री अजित जोगी का उन्होंने आज बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए सबसे पहले मुख्य मंत्री भूपेश बघेल को विज्ञान का नोबल पुरुस्कार देने कि अनुसंशा करने कि बात कि साथ ही उन्होंने कहा कि नरवा गरुवा घुरवा बाड़ी गोठान एक अच्छी योजना है किन्तु यह कार्यान्वयन के स्तर पर फेल हो गई है इसी कारण बिलासपुर के रायपुर के मध्य सड़क पर गायो कि मौत हो रही है। उनके लिए जो गोठान बना है उसमे भी चारे कि समुचित व्यवस्था ना होने के कारण गाय असमय मौत को प्राप्त हो रही है अजित जोगी ने वर्तमान सरकार को तीनों मोर्चे पर घेरा सबसे पहले उन्होंने सरकार कि धान खरीदी 1 दिसंबर को गलत बताया उन्होंने कहा कि धान खरीदी लेट होने से किसाानों का नुकशान होगा किसान अपनी धान को लेकर मंडी जा रहे है और वहां पर उन्हें 13 सौ से 16 सौ रुपेका मूल्य रहा है इस तरह कृषक को प्रति क्विंटल 9 सौ रुपए का नुकशान हो रहा है उन्होने कहा कि किशान को उसकी धान का मूल्य 2500 प्रति क्विंटल मिले इस दिशा में कांग्रेस सरकार जो संघर्ष कर रही है उसमे हम उसके साथ है किन्तु मुख्य मंत्री इस तरह के आर्थिक नाके बंधी कि बात कर रहे है उससे कुछ हासिल नही होना है किशान से जो वादा किया है उसे निभाने कि व्यक्तिगत जिम्मेदारी दो लोगो कि है एक राहुल गाँधी और दुसरे मुख्य मंत्री भूपेश बघेलण्राज्य के मुख्य मंत्री ने जिस तरह से धान से पेट्रोल बनाने कि बात कि वह उन्हें नोबल का हकदार बनाती है इसके पहले इसी तरह बगरंडा लगाकर डाण्रमन ने सरकार का 52हजार करोड़ रुपए डुबाया और एक भी गाड़ी बगरंडा के डीजल से नही चल पाई किन्तु इस बार धान से पेट्रोल कि तकनीक खरी उतरे ऐसी हम उम्मीद करते है किन्तु धान से पेट्रोल निकालने के पुर्व गायो के चारे कि व्यकल्पिक व्यवस्था सरकार कर ले अन्यथा गोठान में चारे के अभाव में अभी 20 गाय मरी है और जब धान से पेट्रोल बनेगा तो चारे के अभाव में कई हजार गाय मरने कि असंका बनी रहेगी।

