बैंकॉक. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थाईलैंड दौरे के तीसरे दिन सोमवार को रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) समिट में शामिल होंगे। इस दौरान सदस्य देशों के नेता समिट में वार्ता की स्थिति की समीक्षा करेंगे। आरसीईपी का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच फ्री ट्रेड को बढ़ावा देना है। इससे पहले मोदी जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
आरसीईपी में आसियान के 10 देश जैसे ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलेशिया, म्यांमार, सिंगापुर, थाईलैंड, फिलीपींस, लाओस और वियतनाम और उनके छह एफटीए साझेदार चीन, जापान, भारत, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
आरसीईपी में कई मुद्दे अभी स्पष्ट नहीं
विदेश मंत्रालय के सचिव विजय ठाकुर सिंह ने कहा था कि भारतीय प्रतिनिधि आरसीईपी व्यापार सौदे से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने में जुटे हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह बेहतर और पारदर्शी है। कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जो अभी भी स्पष्ट नही हैं। यह मुद्दे हमारी अर्थव्यवस्था और हमारे लोगों की आजीविका के लिए बेहद जरूरी हैं।
एशिया शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे
प्रधानमंत्री 14वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। बैठक का एजेंडा पूर्वी एशिया सहयोग की भविष्य की दिशा की समीक्षा करना और क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करना होगा। इसके बाद मोदी रात 10 बजे (स्थानीय समयानुसार) बैंकॉक से दिल्ली रवाना होंगे

