गरियाबन । जिले के सरकारी मदिरालय परिसर में शराब पीना,परोसना व चखना सेंटर पर पूर्ण पाबन्दी छत्तीसगढ़ सरकार ने लगा रखी है । समय-समय पर इसको लेकर पुलिस कार्यवाही भी करती आयी है । फिर भी सारे नियम कानून कायदे को ताक पर रख कर आबकारी विभाग के संरक्षण में देशी व विदेशी शराब दुकान के पास एक चखना सेंटर धड़ल्ले से चलाया जा रहा है । जो न तो जिले के आबकारी विभाग को दिख रहा है न जिले की मुस्तैद पुलिस को ।
उल्लेखनीय है कि शराब दुकान परिसर पर आबकारी विभाग व पुलिस ने बीते दिनों सयुक्त कार्यवाही करते हुए सभी 12 से 15 चखना सेंटरो को हटाया गया था । बावजूद इसके एक चखना सेंटर के खुले रहने के चलते इससे सबन्धित विभाग व प्रशासन की कार्यवाही पर लोग सवाल उठा रहे है । जँहा इस चखना सेंटरों से 20 से 22 परीवारों की रोजी रोटी चल रही थी वंही एकलौते चखना सेंटर के चलते आबकारी से सेटिंग की बात सामने आ रही है पुराने दुकानदारों ने बताया कि आबकारी विभाग के हवलदारो द्वारा मार पीट कर हटवाया गया था, तथा पुलिस ने भी कार्यवाही कर हटाया था। किन्तु किसी के समझ में नही आ रहा है कि दो माह से इसका संचालन किसके प्रश्रय में हो रहा है लोगो के बीच चर्चा का विषय है ।
इस संबध में जिले के अडिशनल एस पी श्री राठौर से चर्चा करने पर उन्हाने तत्काल थानेदार की चखना सेंटर हटाने का आदेश दिये एवं जिला आबकारी अधिकारी सोनल नेताम ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नही है । कहा कि बड़े ढीठ किस्म का व्यक्ति है बार बार दुकान लगा लेता कार्यवाहीं किये जाने की आशवासन देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। जबकि चखना सेंटर गत दो माह से भी ज्यादा समय से संचालित है । यहा आबकारी से सम्बंधित अधिकारियों कर्मचारियों का वंहा रोज आना जाना है । दुकान संचालन करने वाले मामूली लोग है लेकिन इनके पीछे किनका संरक्षण है यह शोध का विषय है ।
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