

छुरा. निकाय चुनाव को लेकर नगर में सरगर्मी बढ़ती जा रही है। नगर पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदारों द्वारा जनता को अपनी ओर खींचने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सामान्य सीट होने के कारण नगर के निकाय चुनाव में इस बार खींचातानी लगी है।नवंबर में संभावित निकाय चुनाव को लेकर राजनैतिक दलों की हलचले बढ़ गई हैं। टिकट के दावेदार अपनी अपनी दावेदारी जोरदार तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं। कोई पुरानी सेवा की दुहाई दे रहा है तो कोई समीकरण की बात कह रहा है। भाजपा में इन दिनो दावेदारों की लम्बी लाइन लग सकती है। नवंबर में संभावित नगर निकाय के चुनाव के मद्देनजर राजनैतिक दलों और टिकटार्थियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। इस चुनाव में राजनैतिक दल भी हिस्सेदारी करते हैं, इसलिए टिकट के दावेदार पार्टी नेतृत्व को साधने की जुगत भिडा रहे हैं। सब अपनी-अपनी दावेदारी के पक्ष में तरह-तरह के तर्क रख रहे हैं।वहीं दूसरी और भाजयुमो के युवा नेता
उज्जवल जैन ने भाजपा से नगर पंचायत छुरा अध्यक्ष पद के लिये की टिकट की दावेदारी कर दी है,उज्जवल जैन वर्तमान में जिला भाजयुमो में जिला कार्यकारिणी सदस्य है।और उनके पिता भाजपा नेता खेमचंद जैन वर्षो से भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता है जो की जनसंघ के समय से पार्टी के लिये कार्य कर रहे है।ज्ञात हो कि भारत देश की रीढ़ की हड्डी युवा वर्ग को कहा जाता है, देश को बनाने के लिए युवा वर्ग मुख्य भूमिका निभाता है, किसी भी देश का भविष्य देश के युवाओं के द्वारा सुंदर बनता है, हमारा भारत देश तो युवाओं का ही देश है, हमारे देश की जनसँख्या का एक बड़ा हिस्सा युवा वर्ग का है, युवा उनको कहा जाता है जिनकी उम्र 15 साल से 40 साल के बीच हो, भारत देश को आजादी दिलाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले भगत सिंह, सुभाष चन्द्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, खुदीराम बोस थे, इसके अलावा भी बहुत से स्वतंत्रता संग्रामी थे, जिन्होंने देश के नाम अपनी जान दे दी,भारतीय युवा ने देश को कहाँ से कहाँ पहुँचा दिया है, युवाओं के चलते ही देश ने इतनी तेजी से विकास किया है,
युवा नेता उज्जवल जैन ने समय दर्शन संवाददाता से चर्चा करते हुये कहा कि आज भारत का हर नागरिक भली-भांति अपना अच्छा बुरा समझता है। युवाओं को संप्रदायवाद तथा राजनीति से परे अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा। युवाओं को इस मामले में एकदम सोच समझकर आगे बढ़ना होगा। और ऐसी किसी भी भावना में न बहकर सोच समझकर निर्णय लेना होगा।
भारत का युवा वर्ग वाकई में समझदार है जो सच में इस मामले में एक है और ज्यादातर युवावर्ग राष्ट्रधर्म को सर्वोपरि मान रहा है। यह वाकई में एक अच्छी और सकारात्मक बात है जो भारत जैसे देश के लिए बड़ी बात है। और भी चीजें है जैसे बेरोजगारी, सरकारी नौकरियों में जगह पाने की लिए रिश्वत जैसी बातें भी कारण है युवा को देश से दूर करने के लिए। इसीलिए हमें समय-समय पर अपने युवाओं का मार्गदर्शन करना होगा। जिससे कि वे सही और गलत में पहचान कर सकें तथा अपने देश को आगे तथा तरक्की के मार्ग पर ले जाने में सहयोग प्रदान कर सकें।सांथ ही उज्जवल जैन ने कहा कि पार्टी उन्हें टिकट देगी तो मैं चुनाव मैदान में अध्यक्ष प्रत्याशी रहूँगा और और भाजपा के हित मे कार्य करता रहूंगा।








