

ऑपरेशन मुस्कान एवं अभियान तलाश के तहत् मिली पुलिस को सफलता।
05 दिनों से केषोडार के जंगल में छिपा था आरोपी।
हाईटेक तरिके से आरोपी को गिरफ्तार करने में मिली पुलिस को सफलता।
गरियाबंद. वरिष्ठ कार्यालय के निर्देषों के परिपालन में जिला गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक एम0आर0 आहिरे के मार्गदर्षन, अति0 पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर के निर्देषन तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गरियाबंद संजय ध्रुव के पर्यवेक्षण में गुम बालक/बालिकाओं के पता तलाष हेतु ऑपरेषन मुस्कान एवं अभियान तलाष चलाया जा रहा है। इसी परिपेक्ष में सिटी कोतवाली गरियाबंद को एक औंर सफलता मिली है।
मामला सिटी कोतवाली गरियाबंद क्षेत्रान्तर्गत् का है, जहां के प्रार्थिया द्वारा स्वयं के अवयस्क पुत्री को आरोपी द्वारा बहला फुसलाकर भगा ले जाने के सम्बंध में की गई रिपोर्ट पर सिटी कोतवाली गरियाबंद में धारा 363 भादवि का अपराध कायम कर अपहृता तथा आरोपी की पता तलाष में पुलिस जुट गई। पता तलाश दौरान दिनांक 23 सितंबर को अपहृता को बरामद कर कथन लेखबद्ध कर पीड़िता का चिकित्सकीय एवं स्वास्थ्य परीक्षण कराकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। पीड़िता के द्वारा अपने कथन में बतायी कि आरोपी के द्वारा बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाकर कई बार इच्छा के विरूद्ध शारीरिक सम्बंध बनाना बतायी तथा 01 माह पूर्व भी आरोपी द्वारा शादी का प्रलोभन देकर लगातार पत्नी की तरह रखकर शारीरिक सम्बंध बनाना बतायी। जिसके बाल कल्याण समिति के द्वारा पीड़िता को उसके माता-पिता को सुपुर्द कर दिया गया। आरोपी के पता तलाष हेतु पारंपरिक पद्धति के अतिरिक्त हाईटेक पद्धति का प्रयोग करते हुए आरोपी की पता तलाश में जुट गई।
आरोपी के पता तलाश दौरान आरोपी के विगत 05 दिनों से केषोडार के जंगल में छुपे होने के सम्बंध में लोकेशन मिलने पर पुलिस दल रवाना किया गया पुलिस को आते देख आरोपी भागने की लगा जिससे उक्त जंगल का घेराबंदी कर 05 दिनों से केषोडार के जंगल में छुपे आरोपी को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लेकर आरोपी से पुछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपना जुर्म स्वीकार किया गया जिसके उपरान्त् आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर आरोपी को माननीय सी0जे0एम0 न्यायालय गरियाबंद के समक्ष पेष किया गया जहां से आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
प्रकरण में अपहृता की बरामदगी तथा आरोपी की गिरफ्तारी में सिटी कोतवाली गरियाबंद थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश जगत, उप निरीक्षक प्रषान्त मिश्रा, प्र0आर0 रब्बान खान, मुलचंद जांगड़े, आरक्षक योगेष चन्द्राकर, राजेश मरकाम, सहायक आरक्षक दिलीप तिवारी, सैनिक राजपाल नेताम, रविषंकर सोनवानी म0आऱ0 दुलेष्वरी की सराहनीय भूमिका रही।








