

गरियाबन्द । गरियाबन्द जिला मुख्यालय के नगरपालिका में अध्यक्ष की सीट अनारक्षित होते ही राष्ट्रीय पार्टी के सदस्यों के साथ क्षेत्रीय पार्टियों के सदस्यों द्वारा अपने अपने स्तर में दावेदारों की प्रारंभ हो गई है साथ ही सभी दावेदारों के द्वारा अपने अपने स्तर में ऊपर से टिकट लाने का दम्भ भी भरा जा रहा है ,देखा जाए तो इस बार मुख्यालय में पुरुषों के साथ कांग्रेस से महिलाएं भी जोरशोर से मैदान में आने की तैयारी में है ,अगर कांग्रेस पार्टी महिलाओं के ऊपर दाव लगाती है तो इन सब महिलाओं में पूर्व प्रत्याशी रही ललिता सिन्हा की दावेदारी शसक्त मानी जा रही है ।वर्तमान में महिला शहर अध्यक्ष का दायित्व चार वर्ष से सम्भाल रही है । गरियाबन्द पालिका अध्यक्ष पद अब तक महिला वर्ग के लिए आरक्षित रहा है जिसमे पूर्व में ललिता सिन्हा कांग्रेस की प्रत्याशी रही है ,गौरतलब है कि उस चुनाव में बीजेपी की ओर से मिलेश्वरी साहू प्रत्याशी थी जो चुनाव जीती भी लेकिन उन्हें अध्यक्ष पद पाने काफी मसक्कत करनी पड़ । बीते नगरपालिका अध्यक्ष चुनाव के समय राज्य में बीजेपी पार्टी सत्ता में स्थापित थी इसके बावजूद कांग्रेस द्वारा नये प्रत्याशी ललिता सिन्हा के ऊपर दाव खेला गया था वही उस चुनाव में जिले के दोनो विधान सभा मे बीजेपी के विधायक के साथ बीजेपी के ही सांसद का वर्चस्व था और उनके द्वारा लगातार बीजेपी समर्थक नगरपालिका अध्यक्ष के पक्ष में चुनाव प्रचार किया गया तब भी ललिता सिन्हा बीजेपी के प्रत्याशी से 400 से भी कम मतों से पराजित हुई थी इस सब व्यूह को देखते हुए ललिता सिन्हा कांग्रेस के एकी प्रथम और सशक्त दावेदार होगी । पांच वर्ष पूर्व चुनाव हारने के बाद भी ललिता सिन्हा सतत जनसम्पर्क में रहते हुए नगर के लोगो के दुख सुख में काम आती रही है । महिला कांग्रेस की नगर अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस के कार्यकर्मो में धरना प्रर्दशन में देखी गयी है तथा महिलाओं में भी अच्छी लोकप्रियता बना कर नगर में अपना विशेष स्थान बनाई हुई है ।







