कहा ग्रामीण विकास सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है, करें लगातार मानिटरिंग
सैनेटरी नैपकिन और अगरबत्ती निर्माण में बिहान के स्वसहायता समूह सबसे अग्रणी
दुर्ग। नरवा, गरवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के संबंध में मसूरी में प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों को बताया जा रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं प्रदेश में गौठान देखने अपने प्रदेश के मंत्रियों के साथ पहुंचे। पूरा देश इस मॉडल को देख रहा है। इसके बेहतर क्रियान्वयन की जिम्मेदारी आप लोगों पर है। आप जितनी अच्छी मानिटरिंग करेंगे, योजना उतनी ही सफ ल होकर उभरेगी। यह बात कमिश्नर दिलीप वासनीकर ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी इस योजना के क्रियान्वयन के लिए तकनीकी रूप से स्पष्टता भी बेहद जरूरी है। इसके लिए लगातार मार्गदर्शन लें। जमीनी स्तर पर योजना के क्रियान्वयन में जो समस्या आ रही है उसके फ ीडबैक से शासन को अवगत कराएं ताकि इसे ठीक करने की कार्रवाई की जा सके।
सभी जिलों में गौठान की मानिटरिंग के लिए नियुक्त हो अधिकारी
योजना की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि सभी जिलों में योजना के मानिटरिंग के लिए अधिकारी नियुक्त हों। संभाग के कुछ जिलों में ऐसी पहल की गई है जो बहुत अच्छी है। सुबह और शाम गौठान में पशुओं के स्वास्थ्य के संबंध में मानिटरिंग की रिपोर्ट ली जाए। इसके अलावा महीने भर में होने वाली गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएए मार्गदर्शन दिया जाए ताकि गौठान गांव की आर्थिक विकास की प्रभावी ईकाई के रूप में उभर सके। उन्होंने कहा कि पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों की भी इसमें अहम भूमिका है क्योंकि जितने बेहतर तरीके से वे पशुओं के स्वास्थ्य का ध्यान रख पाएंगेए योजना से जुड़े हुए लाभ उतने ही मिल पाएंगे।
हाईवे के किनारे नाइट शेल्टर की तारिफ भी
कमिश्नर ने कहा कि कुछ जिलों में हाईवे में बैठने वाले पशुओं को शेल्टर देने के लिए नाइट शेल्टर शहरों के समीप तैयार किए हैं। यह अच्छी पहल है। इस तरह की पहल को अन्य जिलों में भी कार्यान्वित किया जाना चाहिए। गौठानों में चारों की समुचित व्यवस्था रहेए इसका विशेष ध्यान रहे। उन्होंने चारागाहों में उगाये जा रहे नैपियर जैसी बेहतर चारा वाली घासों के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सितंबर महीने में अच्छी बारिश हुई है। यदि कहीं गौठान के कच्चे शेड गिर गए हों तो इसकी भी मरम्मत करा लें।
बिहान में हो रहे नवाचारों के बारे में पूछा
राजनांदगांव जिले के अधिकारियों ने बताया कि बिहान योजना के अंतर्गत इस बार यहां के स्वसहायतासमूहों ने अच्छी पहल की। उन्होंने गणेशोत्सव में उपयोग होने वाली मालाओं के फू लों से अगरबत्ती बनाई। अगरबत्ती बनाने वाले समूह विशेष रूप से सफ ल हैं। इसके अलावा सभी जिलों में सैनेटरी नैपकिन का निर्माण भी किया जा रहा है। राजनांदगांव में नवागांव में 15 समूह एक ही शेड के नीचे अलग.अलग तरह से उत्पाद बना रहे हैं। बेमेतरा में फेस क्रीमए बाडी लोशन और साबुन जैसी चीजें स्वसहायतासमूह बना रहे हैं और विक्रय कर रहे हैं। कमिश्नर ने कहा कि मत्स्यपालन जैसी चीजों को भी बढ़ावा देना चाहिए।
मनरेगा में हो रहा है बेहतर कार्य
कमिश्नर ने मनरेगा योजना की विशेष रूप से समीक्षा की और बेहतर कार्य दिवस के सृजन के लिए सभी जिलों के सीईओ को बधाई दी। उन्होंने इसके साथ ही मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजना के कार्य भी जल्द पूरे कर लेने के निर्देश दिए।

