

कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन और सृजन ने किया आयोजित
राजनांदगांव। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउण्डेशन नई दिल्ली के सहयोग से सृजन सामाजिक संस्था द्वारा बाल दुर्व्यापार मुक्त भारत विषय अंतर्गत जन संवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले में बाल दुर्व्यापार सहित बच्चों से जुड़े सभी संवेदनशील मामले को एक मंच पर लाकर जानकारी का आदान-प्रदान करना था। इस अवसर पर कैलाश सत्यार्थी फाउण्डेशन से धीरेन्द्र प्रताप एवं बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शरद श्रीवास्तव उपस्थित थे। जन संवाद कार्यक्रम में वर्ल्ड विजन संस्था एवं दिग्विजय महाविद्यालय के समाज कार्य विभाग का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।
राष्ट्रव्यापी जन संवाद कार्यक्रम में जूरी सदस्य के रूप में विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रवीण मिश्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती सुरेशा चौबे, किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य श्रीमती मनीषा श्रीवास्तव, बाल कल्याण समिति से श्रीमती लता सोनी, शिक्षा विभाग की सहायक संचालक श्रीमती संगीता राव, जिला बाल संरक्षण अधिकारी चंद्रकिशोर लाड़े, वरिष्ठ पत्रकार अतुल श्रीवास्तव एवं वर्ल्ड विजन संस्था से विष्णु जेना उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्रवीण मिश्रा ने कहा कि बच्चों से जुड़े सभी प्रकरणों को संवेदनशीलता से जोड़कर देखा जाना चाहिए तभी हम बच्चों के प्रति न्याय कर पायेंगे। जिले की एएसपी श्रीमती सुरेशा चौबे द्वारा बताया गया कि बच्चों के सभी प्रकरणों में पुलिस के द्वारा बाल मित्र व्यवहार किया जाता है, ताकि बच्चे अपना अभिमत रखने में संकोच न करें। इस अवसर पर शरद श्रीवास्तव द्वारा जिले में बच्चों संबंधित विभिन्न विभागों से प्राप्त किए गए आंकड़ों का उल्लेख किया गया। प्रतिभागी के रूप में उपस्थित जिलेभर से छात्र-छात्राएं, पंच-सरपंच, ग्राम बाल संरक्षण समिति के सदस्यों ने मंचस्थ जूरी सदस्यों के समक्ष बच्चों से संबंधित कानून पर अपनी शंका का समाधान किया।
कार्यक्रम का संचालन चाइल्ड लाइन के समन्वयक विपिन ठाकुर ने किया। कार्यक्रम के अंत में दिनभर हुए जन संवाद का निष्कर्ष निकालते हुए यह तय किया गया कि आने वाले तीन माह तक सृजन सामाजिक संस्था द्वारा विभिन्न स्कूलों एवं ग्रामों में जाकर फालोअप लिया जाएगा। कार्यक्रम को सपुल बनाने में चेतना वेलफेयर सोसायटी से इंदू साहू, विजय मानिकपुरी, किशन देवांगन, जितेन्द्र खरे, सीमा द्विवेदी, डोमन कोरईबाग, तेजस्विनी कश्यप, वेदप्रकाश साहू, तरूण चन्द्रकाम, मोमिन सिन्हा एवं जितेन्द्र भुआर्य का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।








