

दुर्ग। गत दिवस महामानव मल्टीपरपस सोसायटी के तत्वावधान में निर्मल ज्ञान मंदिर कबीर आश्रम नेहरू नगर पश्चिम भिलाई में सुश्री यायोई त्सुरूओका (मैनेजिंग डायरेक्टर रूमी इनपेक्स प्रा.लि. एंड बी.डी.के.जापान) के मुख्य अतिथ्य तथा प्राध्यापक भन्तु डॉ चन्द्रकीत्ती(सम्राट अशोक सुभारती विश्व विद्यालय मेरठ उत्तरप्रदेश) एवं विशेष अतिथि बेेमेतरा कलेक्टर महादेव कावरे, बद्री सुखदेवे (सचिव अल्प संख्यक आयोग रायपुर छ.ग.)भन्तु सिद्ध रत्न (नागपुर), सेवानिवृत न्यायाधीश संजय शेन्द्रे के विशेष आतिथ्य में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम मुख्य अतिथि ने गौतम बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब आम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया गया। समिति के पदाधिकारियों द्वारा अतिथियों का गुलदस्ता एवं पुष्पाहार से स्वागत किया गया। संस्था के अध्यक्ष आशीष चौहान ने बताया कि संस्था के नाम के अनुरूप कार्य किये जा रहे है। बहुत कम समय में यह संस्था दुर्ग-भिलाई ही नही अपितु पूरे छत्तीसगढ़ में तथा देश के अन्य राज्यों में अपना कीर्तिमान स्थापित किया है। देश के साथ- साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपना ख्याति प्राप्त कर रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण आज के मुख्य अतिथि सुश्री यायोई त्सुरूओका (जापान) है।
कार्यक्रम का शुभारंभ चरित अखण्ड बुद्धोति पूज्य भन्ते सिद्धरत्न द्वारा भारत का पहला पाली भाषा में रचित गीतों का एलबम दुर्ग-भिलाई में आज अतिथि महोदया द्वारा विमोचन किया गया है। इस समारोह में अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनिय उपलब्धियों प्राप्त करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं प्रतिभावान छात्र-छात्राओं तथा खेलकुद में अपना स्थान बनाने वालों एवं संस्था में रहकर उल्लेखित कार्य करने वालों को प्रशस्ति पत्र एवं मेमोन्टों देकर सम्मानित किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों से महिला सशक्तिकरण एवं कुपोषित बच्चों के लिए कार्य करने वाली आंगन बाड़ी के महिलाओं को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि सुश्री यायोई त्सुरूओकाजी ने बताया कि हमारा देश बौद्धों का देश है बहुसंख्यक बौद्ध है। जबकि भारत में बौद्ध अल्प संख्यक है। जापान में प्रतिवर्ष प्राकृतिक आपदाये आती रहती है, हम उन आपदाओं का पूर्वानूमान लगा लेते है और उससे निपटने की तैयारी में जूट जाते है। 1945 में परमाणु हमला के बाद पूरी तरह से जापान नष्ट हो गया था, किन्तु हमारे देशवासियों की कड़ी मेहनत और ईमानदारी एवं सच्च्ेा लगन से कार्य करने जापान को दुनिया में अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया। सम्मान में संस्था के पदाधिकारी व फाउण्डर मेम्बर करूणा चौहान, संगीता सुखदेवे, सुनीता पटेल, शिविर व चिकित्सा सेवा के लिए डॉ. संजय वालवान्द्रे तथा डॉ रितेश वाल्मीक, कानूनी सलाहकार व विधि शिविर के लिए सेवानिवृत न्यायाधीश संजय शेन्द्रे व अधिवक्ता लवकुमार रामटेके, ब्लड बैंक डोनर ग्रुप रेड ड्राफ के सूरज साहू, अविनाश गांवडे, सुदेश रामटेके, सचिन भालेकर संस्था के संयोजक राकेश धनकर, सरेश कंवर, प्रवीण वासनिक, शैलेन्द्र सोनटेके आदि का सम्मान किया गया।








